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ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
इश्क़ दरिया है समंदर है के इक सेहरा है
इश्क़ दरिया है समंदर है के इक सेहरा है
जो भी तुम उसे तूफान बनाते जाओ
जो भी तुम उसे तूफान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ (ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ)
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ (उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ)
अपनी आवाज़ को अल्फ़ाज़ दो वानी भी दो
अपनी आवाज़ को अल्फ़ाज़ दो वानी भी दो
फिक्र की एक नयी पहचान बनाते जाओ
फिक्र की एक नयी पहचान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ (ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ)
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ (उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ)
Copyright: Universal Music Publishing Group
Writer(s): JAGDISH PRAKASH JI, KAVITA SETH
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
इश्क़ दरिया है समंदर है के इक सेहरा है
इश्क़ दरिया है समंदर है के इक सेहरा है
जो भी तुम उसे तूफान बनाते जाओ
जो भी तुम उसे तूफान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ (ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ)
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ (उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ)
अपनी आवाज़ को अल्फ़ाज़ दो वानी भी दो
अपनी आवाज़ को अल्फ़ाज़ दो वानी भी दो
फिक्र की एक नयी पहचान बनाते जाओ
फिक्र की एक नयी पहचान बनाते जाओ
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ
ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ (ज़िंदगी की नयी पहचान बनाते जाओ)
उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ (उम्र के कुछ नये उनवान बनाते जाओ)
Copyright: Universal Music Publishing Group
Writer(s): JAGDISH PRAKASH JI, KAVITA SETH
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